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जून, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

किंडरगार्टन शिक्षा पद्धति

             प्राइवेट स्कूलों में स्टैंडर्ड 1 से पहले दो या तीन कक्षाएँ होती हैं जिन्हें क्रमशः नर्सरी ,के० जी० 1 और के० जी० 2 के नाम से जानते हैं। लेकिन बहुत सारे लोग KG का फुलफॉर्म नहीं जानते। तो आइये जानते हैं पूरी बात।                              किंडरगार्टन शिक्षा पद्धति की खोज फ्रेडरिक फ्रॉबेल (Friedrich Froebel) ने की थी। फ्रॉबेल एक जर्मन शिक्षाशास्त्री थे, जिन्होंने 1837 में पहला किंडरगार्टन स्थापित किया। फ्रॉबेल का मानना था कि बच्चों को प्राकृतिक और सहज रूप से सीखने का मौका मिलना चाहिए। उन्होंने बच्चों के लिए एक ऐसा वातावरण तैयार किया जहाँ वे खेल और गतिविधियों के माध्यम से स्वतंत्र रूप से सीख सकें। फ्रॉबेल ने "किंडरगार्टन" शब्द का निर्माण दो जर्मन शब्दों " किंडर" (Kinder) जिसका अर्थ है "बच्चे" और "गार्टन" (Garten) जिसका अर्थ है "उद्यान" से किया था। इसका तात्पर्य था कि बच्चों को एक सुरक्षित और प...

अधिगम क्या है ?

  अधिगम क्या है ? अधिगम (Learning) एक ऐसा प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति नए ज्ञान, कौशल, व्यवहार और दृष्टिकोण को प्राप्त करता है, समझता है और उसे लागू करता है। यह प्रक्रिया विभिन्न तरीकों से हो सकती है, जैसे कि अनुभव, अध्ययन, अनुदेश, और अभ्यास के माध्यम से। अधिगम की प्रक्रिया में ये मुख्य तत्व शामिल होते हैं: 1. प्राप्ति (Acquisition): नए जानकारी या कौशल को ग्रहण करना। 2. समझना (Understanding): प्राप्त की गई जानकारी या कौशल को समझना और उसका अर्थ निकालना। 3. स्मृति (Memory): जानकारी या कौशल को याद रखना और समय के साथ उसे सहेजना। 4. अनुप्रयोग (Application): सीखी गई जानकारी या कौशल को वास्तविक जीवन में लागू करना। 5. विश्लेषण (Analysis): सीखी गई जानकारी या कौशल का विश्लेषण और उसका आकलन करना। 6. सृजन (Creation): नए विचारों, उत्पादों या दृष्टिकोणों का निर्माण करना। अधिगम का अध्ययन विभिन्न शैक्षिक और मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोणों से किया जाता है, और यह प्रक्रिया व्यक्ति के जीवनभर चलती रहती है। अधिगम की कई परिभाषाएँ हैं, जो विभिन्न विद्वानों और शोधकर्ताओं द्वारा दी गई हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण परिभा...

वाइगोत्सकी का संज्ञानात्मक विकास का सिद्धांत:Vygotsky's theory of cognitive development

  वाइगोत्सकी का संज्ञानात्मक विकास का सिद्धांत : सामाजिक-सांस्कृतिक सिद्धांत के नाम से भी जाना जाने वाला, वाइगोत्सकी का सिद्धांत यह बताता है कि बच्चों का संज्ञानात्मक विकास सामाजिक और सांस्कृतिकपरिस्थितियों से गहराई से प्रभावित होता है। सिद्धांत की मुख्य अवधारणाएं: सांस्कृतिक उपकरण: भाषा, प्रतीक और प्रौद्योगिकी जैसे साधन जो सोच को आकार देते हैं। सामाजिक संपर्क: ज्ञान और कौशल का विकास, अनुभवी व्यक्तियों (जैसे माता-पिता, शिक्षक) के साथ सहयोग और बातचीत के माध्यम से होता है। समीपस्थ विकास का क्षेत्र (ZPD): विकास की क्षमता का स्तर जो स्वतंत्र रूप से प्राप्त करने से अधिक है, सहायता के साथ प्राप्त किया जा सकता है। Saffolding: अधिक जानकार व्यक्ति द्वारा प्रदान किया गया समर्थन जो बच्चों को ZPD में कार्यों को पूरा करने में मदद करता है। आंतरिक भाषण: सोचने का एक आंतरिक रूप जो भाषा के माध्यम से विकसित होता है। सिद्धांत का महत्व: शिक्षा में, ZPD और Saffolding की अवधारणाएं अनुदेशात्मक रणनीतियों को सूचित करती हैं जो छात्रों को उनकी पूरी क्षमता तक पहुंचने में मदद करती हैं। यह सहयो...